पानी से था वह तो लबालब भरा, यूं लग रहा था मानो अपनी ओर कर रहा है इशारा। पानी से था वह तो लबालब भरा, यूं लग रहा था मानो अपनी ओर कर रहा है इशारा।
वर्षा होगी कितनी इस बात से सब बेअसर है वर्षा होगी कितनी इस बात से सब बेअसर है
ठंडी हवाएं आती झिलमिला कर। करती गाल पर चुम्बन, कुंतल से छूकर। ठंडी हवाएं आती झिलमिला कर। करती गाल पर चुम्बन, कुंतल से छूकर।
दीपावली दीपों का त्यौहार, बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार, लेकिन जब हम छोटे थे तो दीपावली दीपों का त्यौहार, बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार, लेकिन जब हम छ...
इंसान हैं,या सिर्फ दिखावा करते हैं ? आज का हादसा यह कहानी कहता है। हैवान सी शख्सियत इंसान हैं,या सिर्फ दिखावा करते हैं ? आज का हादसा यह कहानी कहता है। हैव...
मुझ में मेरा पानी आख़िर कब तक ? मुझ में मेरा पानी आख़िर कब तक ?